टेस्ला एमआरआई मशीन का उद्घाटन किया

दीपक मिश्रा

 

*रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम चिकित्सालय का अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाओं की दिशा में एक बड़ा कदम,*
*जर्मन निर्मित 1.5 टेस्ला एमआरआई मशीन का उद्घाटन उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत 16 अक्टूबर को करेंगे*
*हरिद्वार।*
रामकृष्ण मिशन सेवा आश्रम कनखल में आगामी 16 अक्टूबर सोमवार को नव स्थापित 1.5 टेस्ला एमआरआई मशीन का उद्घाटन उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत द्वारा किया जाएगा। यह मशीन जर्मन की एक बड़ी मेडिकल फर्म द्वारा निर्मित है। इस अवसर पर प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरुओं का एक अंतर आस्था सम्मेलन भी किया जाएगा।
यह जानकारी रामकृष्ण मिशन सेवा आश्रम कनखल के सचिव स्वामी दयामूर्त्यानन्द महाराज ने दी।
उन्होंने बताया कि इस अवसर पर आयोजित अंतर संप्रदाय विशेष सम्मेलन में देशभर से संत जुड़ेंगे। जिसमें जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज,निर्मल पीठाधीश्वर श्री महंत स्वामी ज्ञान देव सिंह महाराज,अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव महंत रविंद्र पुरी महाराज और मुंबई कोलकाता से रामकृष्ण मिशन के संतों का उद्बोधन होगा।
उन्होंने बताया कि भारत के राष्ट्र संत स्वामी विवेकानन्द के आदेश पर उनके गुरु के नाम पर शुरू किया गया रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम कनखल लगातार अपनी चिकित्सा सुविधाओं को उन्नत कर रहा है। पवित्र शहर हरिद्वार के लोगों के लिए यह सुखद और बड़ी राहत की बात है कि रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम, कनखल हरिद्वार को रोगियों के बेहतर निदान के लिए बहुप्रतीक्षित और आवश्यक जर्मन निर्मित एमआरआई मशीन मिली है। यह रोगियों के लिए अत्यंत लाभकारी होगा,जो बहुत रियायती कीमत पर चिकित्सा लाभ प्राप्त कर सकते हैं। बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए नई अल्ट्रा साउंड मशीन भी लगाई गई है।

जैसा कि राष्ट्र रामकृष्ण मिशन कनखल अपनी 125वीं वर्षगांठ मना रहा है।गौरतलब है कि 17 एकड़ परिसर में फैला रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम सेवा और मानवता का एक सार्वभौमिक घर है , जहां पर रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम के संत एवं कुशल चिकित्सक मिलजुल कर देश भर से आए भिक्षु, बीमारों और बूढ़ों, साधुओं और गृहस्थों, अमीरों और गरीबों की बड़े मनोभाव और श्रद्धा से चिकित्सा और देखभाल करते हैं। यह अस्पताल उत्तराखंड राज्य में अपनी तरह का पहला अस्पताल है जहां जाति, पंथ, भाषा और रंग से परे मरीजों का इलाज ‘जीव सेवा ही शिव सेवा’ (मानवता में भगवान की सेवा) की भावना के साथ किया जाता है। सेवाश्रम का आदर्श वाक्य है ‘आत्मनो मोक्षार्थं जगत हिताय च’ अर्थात स्वयं की मुक्ति के लिए और विश्व के कल्याण के लिए। अस्पताल में हर दिन हरिद्वार और इसके आसपास के स्थानों से लगभग 800 मरीज आते हैं।
इस क्षेत्र का रामकृष्ण मिशन सेवा आश्रम एक ऐसा और एकमात्र अस्पताल है, जहां साधुओं और गरीबों के लिए प्रमुख सर्जिकल ऑपरेशन और इलाज मुफ्त होता है। सेवाश्रम लोगों के दान की मदद से चलाया जाता है और मरीजों को नाममात्र दरों पर पैथोलॉजिकल लैब अन्य चिकित्सीय सुविधाएं प्रदान करता है।

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