दीपक मिश्रा
हरिद्वार, 16 जुलाई। अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने श्रद्धालु भक्तों को शिव महिमा से अवगत कराते हुए कहा कि भगवान शिव ही इस संसार का आदि और अंत हैं। निरंजनी अखाड़ा स्थित चरण पादुका मंदिर में भक्तों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आदि योगी भगवान शिव कल्याणकारी हैं। करूणा और दयालुता के प्रतीक भगवान शिव ने जगत कल्याण के लिए विष को अपने कंठ में धारण कर संसार को विष के प्रभाव से बचाया। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के कण कण में भगवान शिव का वास है। श्रावण मास में भगवान शिव साक्षात रूप से कनखल स्थित अपनी ससुराल में विराजमान रहकर संसार का संचालन और पालन करते हैं। श्रावण माह भगवान शिव की आराधना के साथ प्रकृति के संरक्षण संवर्द्धन का संदेश भी देता है। सभी को श्रावण में भगवान शिव की आराधना करने के साथ प्रकृति के संरक्षण संवर्धन में योगदान का संकल्प भी लेना चाहिए।
श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कांवड़ मेला सकुशल संपन्न होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पुलिस प्रशासन को बधाई भी दी। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि इस वर्ष कांवड़ मेले में चार करोड़ से अधिक शिवभक्त गंगा जल लेने हरिद्वार आए। इतनी विशाल संख्या में आने वाले शिवभक्तों के लिए सुविधाएं जुटाना और उनकी सकुशल वापसी कराना बेहद चुनौतीपूर्ण था। लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में जिला पुलिस और प्रशासन ने कांवड़ यात्रीयों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के साथ जिस प्रकार करोड़ों शिवभक्तों की सकुशल वापसी करायी उसके लिए मुख्यमंत्री के साथ जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्बयाल व एसएसपी अजय सिंह बधाई और साधुवाद के पात्र हैं।