दीपक मिश्रा
आज हरिद्वार विश्वविद्यालय में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल और पुलिस उपाधीक्षक नरेन्द्र पंत ने एंटी-ड्रग्स और साइबर क्राइम से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर विद्यार्थियों को जागरूक किया।
कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय के अध्यक्ष सीए एस के गुप्ता और उपाध्यक्ष श्री नमन बंसल ने पुलिस अधिकारियों का स्वागत करते हुए उन्हें मोमेंटो और बुके दिए। इस शुभ अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ0 धर्मबीर सिंह ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया, जबकि प्रो-वीसी डॉ0 रमा भार्गव व प्रोफेसर डॉ0 आदेश कुमार आर्य और निदेशक प्रोफेसर विपिन सैनी ने साइबर क्राइम के बढ़ते प्रभाव पर अपने विचार साझा किए।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. एकता जैन ने की और पुलिस अधीक्षक देहात शेखर चंद्र सुयाल ने विद्यार्थियों को एक प्रेरणादायक कहानी के माध्यम से ड्रग्स और साइबर क्राइम के दुष्प्रभावों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार नशे की लत और साइबर अपराध युवाओं की जिंदगी को बर्बाद कर सकते हैं।
पुलिस उपाधीक्षक नरेन्द्र पंत, जो स्वयं कंप्यूटर साइंस में बी.टेक की डिग्री हासिल कर चुके हैं, ने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए कहा कि आजकल इंजीनियरिंग के विद्यार्थी अत्यंत बुद्धिमान होते हैं, लेकिन नशे की आदत और साइबर अपराध में संलिप्तता उन्हें मानसिक तनाव और अवसाद की ओर धकेल सकती है।
पुलिस अधीक्षक देहात ने विद्यार्थियों को साइबर अपराध से होने वाले नुकसानों और उनसे बचाव के उपायों पर भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ड्रग्स की लत और साइबर क्राइम से बचने के लिए विद्यार्थियों को जागरूक रहने की आवश्यकता है, और उन्हें हमेशा सही दिशा में मार्गदर्शन प्राप्त करना चाहिए।
कलीयर थाने के थानाध्यक्ष ने भी विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए महत्वपूर्ण बातें साझा कीं। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि नशे और साइबर क्राइम से बचने के लिए उन्हें अपनी पहचान और आत्मसम्मान को बनाए रखना चाहिए। साथ ही, उन्होंने सही मार्ग पर चलने और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझने की बात की। अन्त में कार्यक्रम का समापन प्रोफेसर डी. बी. सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए किया। इस शुभ अवसर पर रजिस्ट्रार सुमित चौहान, डीन प्रो0 डा0 यशवीर सिंह, प्रो0 डॉ0 हिमाद्री फुकन, प्रो0 डॉ0 रोहित, प्रो0 डॉ0 सुमित, प्रो0 सोनिया शर्मा, प्रो0 विजय मंडल, प्रो0 हिमांशु, प्रो0 मानसी मोर्य, प्रो0 डॉ0 नदीम खान आदि उपस्थित रहे।