दीपक मिश्रा
हरिद्वार। “समाजसेवा, चाहें वह किसी भी रूप में हो, ईश्वर की वह सच्ची पूजा है, जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति ईश्वर की तरह ही पूजनीय बन जाता है। इसके बाद फिर वह समाजसेवी सफलता की अनन्त सीढ़ियाँ चढ़ता चला जाता है और उसके अपने भी सभी मनोरथ पूर्ण होते जाते हैं, क्योंकि, वह किसी दूसरे की मदद कर रहा होता है।”
उपरोक्त उद्गार आज यहाँ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तथा महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने नगर वरिष्ठ समाजसेवी एवं उद्योगपति जगदीश लाल पाहवा के ‘हीरक जन्मोत्सव’ (75वां जन्मदिवस) के अवसर पर आयोजित एक भव्य समारोह में भाग लेते हुए व्यक्त किये। उन्होंने श्री जगदीश लाल पाहवा को ‘उत्तराखण्ड गौरव सेवा रत्न सम्मान’ सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में धार्मिक, सामाजिक, औद्यौगिक तथा राजनीतिक क्षेत्र से सम्मिलित सवा सौ से भी अधिक संस्थाओं के साथ-साथ, अनेक साधु-संतों तथा गणमान्य अतिथि भाग लेकर श्री जगदीश लाल पाहवा के 75 वें जन्मदिवस पर उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएँ दी। इसी अवसर पर कार्यक्रम आयोजन समिति की ओर से सभी संस्थाओं तथा विभूतियों को विभिन्न क्षेत्रों में उनके विशिष्ट योगदान के लिये ‘हरिद्वार गौरव सेवारत्न सम्मान’ से सम्मानित भी किया किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत हरित ऋषि विजयपाल बघेल के नेतृत्व में बैरागी कैंम्प स्थित नगर वन में 75 विभिन्र प्रकार के 75 पौधौं के रोपण के साथ हुई। तत्पश्चात, देर शाम तक चले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में दीप प्रज्वलन, स्वतिवाचन, भजन गायिका करुणा चौहान तथा कुणाल धवन के भजनों से सजी भजन संध्या, कुष्ठ रोगियों को अनन्दान, स्वामी अजरानंद अंध विद्यालय के बच्चों के सम्मान तथा उनकी भजन प्रस्तुति, माँ गंगा को दीपदान, गंगा आरती के कार्यक्रम प्रमुख रहे। इस अवसर पर जगदीश लाल पाहवा की समाजसेवा पर आधारित एक स्मारक पुस्तिका भी जारी की गई। अखिल भारतीय अखाड़ा परिष्द् के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी रवीन्द्र पुरी जी, स्वामी हरि चेतनानंद, स्वामी रुपेंद्र प्रकाश जी, स्वामी ऋषि स्वर आनंद जी, स्वामी विष्णु दास जी महाराज, स्वामी गंगा दास जी, श्री जुगल आश्रम, स्वामी राम मुनि जी महाराज, स्वामी जगदीश सिंह जी,निर्मल संतपुरा आश्रम, श्री रवि देव शास्त्री जी, श्री हरि हरानंद जी गरीब दासीय आश्रम, विधायक हरिद्वार मदन कौशिक, रानीपुर विधायक आदेश चौहान तथा पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डा. महावीर प्रसाद ने भी सम्बोधित किया।
उन्होंने कहा कि समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा की हीरक जयंती अपने 75 वर्ष पूर्ण करने पर जगदीश लाल पाहवा जी इतने संगठनों से जुड़ गए हैं, कि उनका जन्म उत्सव समाज को समर्पित रहा। पूरे दिन चले कार्यक्रमों की श्रृंखला में प्रातः 75 प्रजातियां के पौधों का रोपण और साथ में गंगा के किनारे 75 दीप प्रज्वलन के साथ सम्पन्न हुआ। उन्हें पाहवाजी ने सम्मानित भी किया। बच्चों के सम्मानित होने पर उत्साह देखते ही बनता था।