अनुपयोगी वस्तुओं का श्रेष्ठता के साथ समाधान विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।

दीपक मिश्रा

 

हरिद्वार- 28 जुलाई स्वस्थ जीवन दुनिया की सबसे अमूल्य निधि है। मनुष्य अपने जीवन मे स्वच्छता से ही बेहतर स्वास्थ्य प्राप्त कर सकता है। गुरुकुल कांगडी समविश्वविद्यालय, हरिद्वार के शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग मे अनुपयोगी वस्तुओं का श्रेष्ठता के साथ समाधान विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। दयानंद स्टेडियम परिसर स्थित मेजर ध्यान चन्द सभागार मे आयोजित कार्यशाला का विश्वविद्यालय कुलपति प्रो0 सोमदेव शतान्शु तथा नगर निगम मे सहायक नगर आयुक्त श्याम सुन्दर सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित एवं स्वस्तिवाचन द्वारा शुभारम्भ किया। केन्द्र सरकार के शिक्षा मन्त्रालय तथा राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान मे आयोजित कार्यशाला मे दैनिक जीवन मे अनुपयोगी वस्तुओं को उपयोगी बनाकर पर्यावरण को स्वच्छ बनाने तथा जनभागीदारी तथा जन जागरूकता द्वारा इसे व्यवहार मे लाने के गुर सीखाये गये। सहायक नगर आयुक्त श्याम सुन्दर सिह ने अपने सम्बोधन मे कहॉ कि भारतीय संस्कृति मन, वचन तथा कर्म से लोक हित की बात की प्रबल समर्थक है। घर-परिवारों मे साफ-सफाई के साथ आस-पास के वातावरण को भी साफ सुथरा रखने का चलन रहा है। लेकिन आज आधुनिकता ने व्यक्ति की संवेदनाओं को प्रभावित कर इस कार्यशैली को प्राय उपयोग करना बंद कर दिया है। उन्होने कहॉ कि दुनिया मे ऐसा कोई अयोग्य व्यक्ति नही है जिससे समाज का कोई भी श्रेष्ठतमक ार्य नही लिया जा सकता है। प्रभारी, शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग डॉ0 अजय मलिक ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 शिवकुमार चौहान द्वारा किया गया। कार्यशाला मे डॉ0 कपिल मिश्रा, डॉ0 प्रणवीर सिंह, डॉ0 अनुज कुमार, सुनील कुमार, दुष्यन्त सिंह राणा, महेन्द्र ंिसह राणा, सुधीर कुमार, ज्योत्सना सिंह, लक्ष्मी देवी, प्रमिला वत्स, दिनेश सिंह, सहित प्रशिक्षु शारीरिक शिक्षक, छात्र एवं अभिभावकगण उपस्थित रहे। कार्यशाला मे अतिथियों को स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। शान्ति पाठ के साथ कार्यशाला का समापन किया गया।

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