दीपक मिश्रा
हरिद्वार, 4 अगस्त। स्वामी भूमानंद हाॅस्पिटल एंड कालेज आॅफ नर्सिंग की और से जीएनएम द्वितीय वर्ष के छात्र छात्राओं ने नर्सिंग विभाग की क्षिक्षिका कीर्ति भंडारी के संयोजन में भेल चिकित्सालय में अंग दान दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर कीर्ति भंडारी ने कहा कि किसी दूसरे व्यक्ति को जीवन देने से बड़ा मानवीय कार्य कोई दूसरा नहीं हो सकता। भेल कर्मचारियों और परिवारों द्वारा अपने प्रियजनों के अंगदान करने के साहसिक निर्णय, मृत व्यक्ति के अंगदान करने के बारे में जागरूकता फैलाने और अंगदान तथा प्रत्यारोपण के क्षेत्र में काम करने वाले चिकित्सकों के योगदान को मान्यता प्रदान करने के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रोफसर कीर्ति भंडारी ने कहा कि सरकार ने देश में अंगदान बढ़ाने की दिशा में अनेक कदम उठाए हैं। जिसके तहत अंग दाताओं के लिए छुट्टी की अवधि 30 दिन से बढ़ाकर 60 दिन कर दी गई है। 65 वर्ष की आयु सीमा हटा दी गई है और अंगदान की प्रक्रिया को और अधिक सुव्यवस्थित किया गया है। उन्होंने कहा कि देश में अंग दान को लोकप्रिय बनाने के लिए और अधिक नीतियां और सुधार लाने के लिए सरकार व हम सभी प्रतिबद्ध है। अंग दाताओं, उनके परिवार के सदस्यों और नागरिक समाज के सदस्यों के योगदान की सराहना करते हुए उन्होंने दान दाताओं की प्रेरणा और समर्पण की सराहना की ओर इस संदर्भ में अंग प्राप्तकर्ताओं से इस महान सेवा को बढ़ावा देने और दूसरों को भी मानव जाति की सेवा के लिए अपने अंग दान करने के लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह किया। इस अवसर पर भेल श्रमिक यूनियन एचएमएस के प्रतिनिधि व चिकित्सीय सलाहकार समिति सदस्य आशुतोष शर्मा भी उपस्थित रहे।