दीपक मिश्रा
हरिद्वार, 4 अगस्त। निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर एवं श्री दक्षिण काली मंदिर के पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि सावन में भगवान शिव की पूजा अर्चना व आराधना करने से साधक के सभी कष्ट और परेशानियां दूर हो जाती हैं। शिव कृपा से साधक सुखी, निरोगी और समृद्ध जीवन का आनन्द प्राप्त करता है। सावन में जो श्रद्धालु पूरे विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करता है। उसे भगवान शिव का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। पूरे सावन माह चलने वाली विशेष शिव आराधना में सम्मिलित होने आए श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि आध्यात्मिक स्वरूप में सावन के महीने का हिन्दू धर्म में विशेष महत्त्व है। सावन का महीना पूरी तरह से भगवान शिव को समर्पित होता है। सावन में विधि पूर्वक शिवजी की आराधना करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं। इस माह में भगवान शिव के ‘रुद्राभिषेक‘ का विशेष महत्त्व है। गंगा जल व पंचामृत से भगवान शिव का अभिषेक करने के बाद बेलपत्र, शमीपत्र, कुशा तथा दूब आदि भोलेनाथ को अर्पित करें। उन्होंने कहा कि भगवान शिव की पूजा सावन में प्रधान देवता के रूप में की जाती है। हिन्दु धर्म में सावन के महीने का विशेष महत्व है। भगवान शिव ने सावन के महीने में माता पार्वती की तपस्या से खुश होकर उन्हें अर्द्धांगिनी के रूप में स्वीकार किया था। सावन के महीने में प्रसन्न होकर भगवान शिव अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। विश्व कल्याण की कामना के लिए पूरे सावन चलने वाली स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज की विशेष शिव आराधना के दौरान ऋयम्बेकश्वर नासिक के 51 विद्वान ब्राह्मणों द्वारा पूजा अर्चना करायी जा रही है। इस अवसर पर स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी, बालमुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी, स्वामी लाल बाबा, आचार्य पवन दत्त मिश्रा, आचार्य प्रमोद पांडे, स्वामी कृष्णानंद ब्रह्मचारी, चेतन शर्मा, राजू शुक्ला, अनुराग वाजपेयी आदि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।