अखिल भारतीय सनातन परिषद का कार्यकारिणी का विस्तार और शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया

दीपक मिश्रा

हरिद्वार, 7 नवम्बर। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी स्थित मनसा देवी चरण पादुका मंदिर परिसर में अखिल भारतीय सनातन परिषद का कार्यकारिणी विस्तार और शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। पदाधिकारियों की घोषणा करते हुए पटका और फूल मालाएं पहनाकर शपथ दिलाई गई। आह्वान अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अरुण गिरी महाराज, अखिल भारतीय सनातन परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष श्रीमहंत रामरतन गिरी, मुख्य वक्ता उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.दिनेश चंद्र शास्त्री, राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी महामंडलेश्वर स्वामी महेशानंद गिरी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर आह्वान अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अरुण गिरी महाराज ने कहा कि पहले बच्चों को दीक्षित किया जाए और फिर शिक्षित किया जाए। तभी उन्हें सनातन के बारे में अच्छी तरह से ज्ञान होगा। अखिल भारतीय सनातन परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म अनंत है तथा यही सत्य है, इसका अर्थ है शाश्वत अर्थात हमेशा रहने वाला। भारत माता के रग रग में सनातन बसा हुआ है। यही सनातन भारत माता का स्वरूप है। श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्रपुरी महाराज जो कि अखिल भारतीय सनातन परिषद के संस्थापक अध्यक्ष हैं, ने सनातन परिषद का गठन देश और विश्व में सनातन धर्म के प्रचार प्रसार और इसकी रक्षा के उद्देश्य के लिए किया है और धीरे-धीरे सनातन परिषद देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी विस्तार ले रही है। परिषद के पदाधिकारी सनातन की मजबूती के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सनातन एक वृहद स्वरूप है। जिसमें विभिन्न वर्ग पंत और समुदाय समाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में कभी भी छुआछूत नहीं हुआ जात पात नहीं रहा है। मुख्य वक्ता उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दिनेश चंद्र शास्त्री ने कहा कि आज पूरा विश्व सनातन धर्म के रीतियों और विचारों को आत्मसात कर रहा है। सनातन धर्म में भगवान ने बार-बार अवतार लेकर समय-समय पर धर्म की रक्षा की है। कहा कि युगों युगों से सनातन धर्म की रक्षा संत महापुरुष करते आ रहे हैं। सनातन धर्म के खिलाफ बोलने वाले लोग खुद ही खत्म हो गए। राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं उत्तर प्रदेश के प्रभारी महामंडलेश्वर स्वामी महेशानंद गिरि ने कहा कि सनातन की रक्षा हमें शस्त्र से नहीं बल्कि ज्ञान से करनी है। सनातन की रक्षा और प्रचार प्रसार के लिए अखिल भारतीय सनातन परिषद के संस्थापक अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने एक सराहनीय कार्य किया है। संरक्षक महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म तो सदियों से है और रहेगा। लेकिन इसे मिटाने की मंशा रखने वाले खुद ही मिट जाएंगे। जब सृष्टि की रचना हुई, तभी से सनातन धर्म की परंपराएं चली आ रही हैं। सनातन सूर्य से पैदा हुआ है। इसलिए जब तक सूर्य रहेगा। तब तक सनातन रहेगा। इसे न कोई ताकत नष्ट कर पाई है और न ही कर पाएगी। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा.सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि शाश्वत सनातन धर्म ने हमेशा ही दुनिया को प्रेम, स्नेह व भाईचारे का संदेश दिया है। देश हमेशा एक और अखण्ड रहेगा।
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उत्तराखंड प्रांत में इनको दी गई जिम्मेदारी
राष्ट्रीय महामंत्री पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि उत्तराखंड प्रांत में डॉ विशाल गर्ग को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। हरिद्वार प्रभारी की जिम्मेदारी दर्शन भारती को दी गई है। प्रदेश महामंत्री सुधांशु वत्स, प्रदेश उपाध्यक्ष विशाल राठौर, सुधांशु जोशी, मोहित कुमार को प्रदेश सचिव, प्रदेश कार्यकारणी सदस्य विजय, विक्रम सिंह, सचिन अरोड़ा, अमित शर्मा, ललित चंचल, गजेंद्र नाथ, दर्शन लाल, मुकेश पुरी, राजेश कुमार, संजीव, आतिश मिश्रा, सचिन, राष्ट्रीय सदस्यता प्रमुख योगेश कुमार को बनाया गया है। राष्ट्रीय प्रवक्ता और उत्तर प्रदेश प्रांत प्रभारी महामंडलेश्वर स्वामी महेशानंद ने बताया कि सहारनपुर जिला से नितिन गुप्ता को जिलाध्यक्ष, अनुराग प्रताप सिंह को उत्तर प्रदेश का युवा प्रदेश अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष गाजियाबाद विकास बंसल को नियुक्त किया गया है।

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