दीपक मिश्रा
उत्तरांचल पंजाबी महासभा उत्तराखंड के संस्थापक अध्यक्ष स्वर्गीय राममूर्ति वीर जी की आठवीं पुण्यतिथि पर उत्तरांचल पंजाबी महासभा जिला हरिद्वार द्वारा गंगा जी में दीपदान कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए श्री विमल कुमार एवं श्री जगदीश लाल पाहवा ने कहा कि देश विभाजन के पश्चात स्वर्गीय श्री राम मूर्ति वीर ने पंजाबी समाज की एकता के लिए कई दशकों तक पंजाब सहायक सभा तथा उत्तराखंड के बनने पर उत्तरांचल पंजाबी महासभा की स्थापना कर पंजाबी भाषा, पंजाबी संस्कार, तथा पंजाबी तीज त्यौहारों आदि को जीवित रखने के लिए जीवन भर सेवा की। सभा को संबोधित करते हुए परमानंद पोपली एवं व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुरेश गुलाटी ने कहा कि स्वर्गीय वीर जी ने भारतीय जनसंघ की स्थापना से लेकर, भारतीय जनता पार्टी के विभिन्न पदों पर रहने के साथ-साथ उत्तराखंड सरकार में राज्य मंत्री रहते हुए समाज की बहुत सेवा की। सभा को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष प्रवीण कुमार एवं जिला चेयरमैन प्रमोद पांधी ने कहा कि स्वर्गीय वीर जी ने जीवन भर समाज सेवा के साथ-साथ धार्मिक, राजनीतिक एवं शैक्षिक आदि क्षेत्रों में अकथनीय सेवा की थी जिस कारण उन्हें उत्तराखंड के प्रथम मुख्यमंत्री श्री नित्यानंद स्वामी एवं जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी सत्यमित्रानंद ने हरिद्वार रत्न की उपाधि दी थी। कार्यक्रम का संचालन नागेश वर्मा ने किया। श्रद्धांजलि देने वालों में मुख्य रूप से बिन्नी पंडित जी, देवेंद्र चावला, प्रदीप कालरा, कुंवर बाली, राजकुमार एडवोकेट, सुरेश भाटिया, राजू ओबरॉय, राम अरोड़ा रवि पाहवा, सुभाष तनेजा, मनोज खुराना, डॉ संदीप कपूर, विक्की तनेजा, पार्षद रेणु अरोड़ा, कामिनी सडाना, रानी सहगल, संजय कपूर, भोला सहगल, श्री राम आहूजा, सत्यपाल अरोड़ा, गुलशन अरोड़ा, नवीन कुमार, नीलू खन्ना, विजय अरोड़ा, रिंकू खंडूजा, नीरज कपूर, माधव कपूर, ऋषि पंडित, श्याम अदलखा, धीरज शर्मा आदि मुख्य रूप से थे।