दीपक मिश्रा
हरिद्वार/ प्रेमनगर आश्रम में आयोजित संगीतमय श्रीमद वाल्मिकीय श्री राम कथा के आखरी दिन श्री अखंड परशुराम अखाड़ा द्वारा शस्त्र विद्या का प्रदर्शन किया गया। जिसमे तलवार, फरसा, लाठी आदि से अखाड़ा के स्वयंसेवियों ने करतब दिखाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर श्री अखंड परशुराम अखाड़ा के अध्यक्ष अधीर कौशिक ने कहा कि अखाड़ों की यह विद्या लुप्त होती जा रही है। आदि अनादि काल से सनातन धर्म की रक्षा को समर्पित अखाड़ा विद्या में अब युवकों की रुचि बहुत कम हो गई है। सरकार को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए। विद्यालयों में योग के साथ साथ उक्त विद्या को भी सिखाना चाहिए। प्राचीन काल में राजा महाराजा अखाड़ों को बढ़ावा देते थे लेकिन अब की सरकारें इनसे दूरी बना रहे। अखाड़े हमारे सनातन धर्म की रीढ है। युवा नशे की और बढ़ रहे हैं। ऐसे में अखाड़े उनके शारीरिक, मानसिक विकास में मदद करते हैं। अखाड़े शोभायात्राओं में प्रतिभाग कर अपनी प्रतिभा दर्शाते हैं। शस्त्र विद्या प्रदर्शन में अर्णव शर्मा, राजीव बिष्ट, अध्ययन शर्मा, सार्थक पाल, रुद्र भार्गव, राघव सिंह, आरव सहगल, अश्मित कौशिक, विष्णु गौड, आचार्य विष्णु, हरि नारायण त्रिपाठी, कुलदीप शर्मा आदि शामिल थे।