जनसांख्यकीय असंतुलन और नियंत्रण के लिए प्रभावी निती: डा.नरेश बंसल भाजपा राष्ट्रीय सह-कोषाध्यक्ष व सासंद राज्यसभा

दीपक मिश्रा 

 

**भाजपा राष्ट्रीय सह-कोषाध्यक्ष व सासंद राज्य सभा डा.नरेश बंसल ने सदन मे स्पेशल मेनशन मे भारत की बढ़ती जनसंख्या का मुद्दा उठाया**

भाजपा राष्ट्रीय सह-कोषाध्यक्ष व सासंद राज्य सभा डा.नरेश बंसल ने सदन मे स्पेशल मेनशन मे भारत की बढ़ती जनसंख्या का मुद्दा उठाया व सदन के माध्यम से सरकार से इस पर योजना बद्ध तरिके से प्रभावी रोकथाम की मांग की ।डा.नरेश बंसल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बढ़ती जनसंख्या को लेकर लाल किल से 2019 में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश के लोगों से छोटे परिवार की अपील की थी।

डा. नरेश बंसल ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की तरफ से जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत की कुल जनसंख्या 142.86 करोड़ पहुंच गई है, जबकि चीन की कुल जनसंख्या 142.57 करोड़ है।यानी चीन के मुकाबले भारत में करीब 30 लाख लोग ज्यादा हो गए हैं।भारत अब दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन चुका है। इस मामले में भारत ने चीन को पीछे छोड़ दिया है।
डा. बंसल ने कहा कि आजादी के बाद से भारत की आबादी में काफी बड़ा उछाल देखने को मिला है। जनसंख्या विस्फोट लोकतंत्र और सामाजिक आर्थिक विकास के लिए सबसे बड़ा खतरा है। नागरिकों को स्वच्छ हवा, स्वच्छ पेयजल, स्वास्थ और आश्रय, जीवनयापन, शिक्षा का अधिकार है और जनसंख्या नियंत्रण के बगैर इन अधिकारों को सुनिश्चित नहीं किया जा सकता।
डा. नरेश बंसल ने कहा कि अभी 125 करोड़ भारतीयों के आधार कार्ड हैं जबकि करीब 20 फीसद यानी 25 करोड़ लोग बिना आधार कार्ड के हैं।इसके अलावा करीब पांच करोड़ बांगलादेशी, रोहिंग्या घुसपैठिये अवैध रूप से रह रहे हैं। इससे साफ होता है कि भारत की जनसंख्या 150 करोड़ से ज्यादा है। हमारे पास अमेरिका की तुलना में एक तिहाई भूमि है जबकि जनसंख्या की दर अमेरिका की तुलना में आठ गुना है।डा. नरेश बंसल ने कहा कि जनसंख्या विस्फोट ज्यादातर समस्याओं की जड़ है। यह कि अधिक उपभोग के कारण जनसांख्यिकीय आपदा और प्राकृतिक संसाधनों के पूरी तरह से खत्म हो जाने के गहरे भय के आवेग में बदल चुका है।
डा. नरेश बंसल ने सदन मे मांग रखते हुए कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के प्रयास सफलतापूर्वक हों, लेकिन यह भी ध्यान रखना होगा कि कहीं भी जनसांख्यकीय असंतुलन की स्थिति न पैदा होने पाए। ऐसा न हो कि किसी एक वर्ग की आबादी बढ़ने की गति अधिक हो और जो मूल निवासी हों, जनसंख्या स्थिरीकरण के प्रयासों से उनकी आबादी को नियंत्रित कर जनसंख्या असंतुलन पैदा कर दिया जाए।जिन देशों में जनसांख्यकीय असंतुलन होता है वहां चिंताएं बढ़ती हैं, क्योंकि इससे धार्मिक डेमोग्राफी पर विपरीत असर पड़ता है। इससे एक समय के बाद वहां अव्यवस्था, अराजकता जन्म लेने लगती है।
डा. नरेश बंसल ने बताया व मांग की कि दुनिया के विकसित देशों के जनसंख्या नियंत्रण कानून और नीतियों का अध्ययन करके भारत में जनसंख्या नियंत्रण के उपाय सुझाए, ताकि नागरिकों को स्वच्छ वायु, स्वच्छ जल, भोजन, स्वास्थ्य, जीवनयापन, शिक्षा का अधिकार सुनिश्चित हो सके व भारत की जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून जरूरी है,बन सके।

द्वारा निजी सचिव
डा. नरेश बंसल जी
माननीय राष्ट्रीय सह-कोषाध्यक्ष भाजपा व सासंद राज्यसभा

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