दीपक मिश्रा
हरिद्वार, 31 अगस्त। देवभूमि भैरव सेना संगठन के जिलाध्यक्ष चरणजीत पाहवा ने सरकार से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं व शिक्षा निःशुल्क करने की मांग की है। चरणजीत पाहवा ने कहा कि सरकार को विधायकों का वेतन बढ़ाने से पहले प्रदेश की 60 फीसदी गरीब जनता के विषय में सोचना चाहिए। उच्च शिक्षा प्राप्त प्रदेश के युवा मामूली वेतन पर फैक्ट्रीयों में काम करने को मजबूर हैं। 8-10 हजार रूपए महीने के वेतन में परिवार चलाना और बच्चों को पढ़ाना बेहद मुश्किल हो रहा है। अधिकांश सरकारी स्कूल बंद हो चुके हैं। प्राइवेट स्कूल मॉल बन गए हैं। महंगी किताबें महंगी ड्रेस हर चीज स्कूल से लेनी पड़ती है। स्कूल वालों की किताब वालों से सेटिंग है। ऐसे में गरीब परिवार कहां जाएं। प्राइवेट चिकित्सकों की फीस 500 रुपए से लेकर 15 सौ रुपए तक है। ऊपर से महंगी दवाइयां लिखी जाती है। सरकारी हॉस्पिटलों में सुविधाए नहीं हैं। सरकारी अस्पतालों के चिकित्सक भी टेस्ट व दवाईयां बाहर की लिखते हैं। सरकार को इस विषय को गंभीरता से लेते हुए फ्री राशन बंद कर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को निःशुल्क कर देना चाहिए। जिससे आम जनता को राहत मिल सके।